पल्सर NS 160 vs पल्सर 180 तुलना हिंदी में
बजाज पल्सर NS 160 vs पल्सर 180 तुलना हिंदी में:
आज हम आप के लिए ले कर आए हैं नयी पल्सर NS 160 और पल्सर 180 की विस्तृत तुलना. पल्सर 180, पल्सर NS 160 से सिर्फ़ दो हज़ार रुपय महेंगी हैं. लेकिन दोनो में से कौनसी बाईक ज़्यादा शक्तिशाली हैं, कौनसी ज़्यादा आरामदायक हैं, कौसनी ज्यादा किफायती हैं, किसका संतुलन बेहतर हैं, कौनसी ज़्यादा मजबूत हैं और कौनसी ज़्यादा स्मूद हैं? इन सारे सवालों का जवाब पाने के लिए, देखते रहिए बाइक कंपेरोज का पल्सर 180 स्ट्रीट पल्सर NS 160 कंपॅरिज़न वीडियो...
आज हम आप के लिए ले कर आए हैं नयी पल्सर NS 160 और पल्सर 180 की विस्तृत तुलना. पल्सर 180, पल्सर NS 160 से सिर्फ़ दो हज़ार रुपय महेंगी हैं. लेकिन दोनो में से कौनसी बाईक ज़्यादा शक्तिशाली हैं, कौनसी ज़्यादा आरामदायक हैं, कौसनी ज्यादा किफायती हैं, किसका संतुलन बेहतर हैं, कौनसी ज़्यादा मजबूत हैं और कौनसी ज़्यादा स्मूद हैं? इन सारे सवालों का जवाब पाने के लिए, देखते रहिए बाइक कंपेरोज का पल्सर 180 स्ट्रीट पल्सर NS 160 कंपॅरिज़न वीडियो...
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कीमत और फीचर्स:
पल्सर NS 160 की कीमत हैं, सत्तासी हज़ार रुपये
और पल्सर 180 की नवासी हज़ार रुपये ओन रोड दिल्ली. NS 160 में सिर्फ़ आगे डिस्क-ब्रेक दिया हुआ हैं, मगर पल्सर 180 में पीछे भी डिस्क ब्रेक मौजूद हैं. पल्सर NS 160 में, 4-वाल्व एंजिन, आयिल-कूलर, मोनोशोक रियर सस्पेन्षन
और पेरेमेट्रिक फ्रेम हैं, जो पल्सर 180 में उपलब्ध नहीं
हैं. इन सारी चीज़ों के क्या फ़ायदे और नुकसान हैं, ये हम आज देखेंगे.
पिक-अप और स्मूद्नेस:
पल्सर 180 का एंजिन NS 160 से उन्नीस सीसी बड़ा हैं, उसमें NS 160 से ढाई हार्सपावर
अधिक हैं. लेकिन अचरज की बात ये हैं, के पल्सर 180 में NS 160 से पॉइंट-फोर NM कम टॉर्क उपलब्ध
हैं. NS 160 का वजन भी पल्सर
180 से तीन किलो हल्का हैं. पल्सर 180 का पिक-उप NS 160 से काफ़ी बेहतर हैं, लेकिन सिर्फ़ हाइ RPM पे. लो RPM पे NS 160 का पिक- अप पल्सर 180 से थोडासा बेहतर हैं. NS 160 का गियरिंग भी पल्सर
180 से ऊँचा हैं जिससे उसे कम रफ़्तार पे फ़ायदा मिलता हैं लेकिन टॉप-स्पीड में नुकसान
होता हैं. स्मूद्नेस के मामले में बजाज ने उसकी पुरानी बाइक्स के मुक़ाबले,
NS 160 में काफ़ी सुधारना
की हैं. पल्सर 180 से उसकी आवाज़ और वाइब्रेशन दोनो काफ़ी कम हैं. लेकिन अभी भी
वो श्रेणी की अन्य बाइक्स जितनी स्मूद नहीं हैं.
डिसप्लेसमेंट: पल्सर 180 – 178.6, पल्सर NS 160 - 160.3
पावर: पल्सर 180 - 17@8500, पल्सर NS 160 - 15.5@8500
टॉर्क: पल्सर 180 - 14.2@6500, पल्सर NS 160 - 14.6@6500
कर्ब वेट: पल्सर 180 - 145, पल्सर NS 160 - 142
पावर-टू-वेट: पल्सर 180 -
117, पल्सर NS 160 - 109
टॉर्क-टू-वेट: पल्सर 180 - 98, पल्सर NS 160 - 103
माइलेज:
हमारे विश्लेषण के दौरान NS 160 का माइलेज, पल्सर 180 से लगभग चार किलोमीटर प्रति लीटर बेहतर पाया गया. NS 160 से हमें लगभग बयालीस
किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज मिला और पल्सर 180 से लगभग अड़तीस
किलोमीटर प्रति लीटर.
सीटिंग और कंफर्ट:
NS 160 का सीट पल्सर 180 से काफ़ी ऊँचा हैं. इस वजह से छोटे कद के यात्रियों को उसपे
दिक्कत आ सकती हैं. दोनो बाइक्स की राइडिंग पोज़िशन हल्की-सी स्पोर्टी हैं,
लेकिन इतनी भी झुकी हुई नहीं हैं के अनकंफर्टबल हो जाए. NS 160 का पिछला सीट भी
180 से काफ़ी ज़्यादा ऊँचा हैं, इससे पीछे बैठने
वाले यात्री को बाईक पर बैठने और उतरने में कठिनाई हो सकती हैं.
दूसरी बात, NS 160 की टंकी लगती बड़ी हैं, लेकिन असल में वो पल्सर 180 की टंकी से तीन लीटर छोटी
हैं, क्योंकि NS 160 में बड़े से प्लास्टिक टॅंक्स के अंदर छोटी सी स्टील की टंकी दी हुई हैं!
पकड़ और सस्पेन्षन:
एक तरफ हैं बेहतर चॅसी और सस्पेन्षन वाली NS 160, तो दूसरी तरफ हैं बेहतर टाइयर्स और ब्रेक्स वाली पल्सर 180! बजाज ने श्रेणी की सबसे पहली पेरिमीटर फ्रेम और सबसे लंबा वीलबेस
दे कर NS की पकड़ और नियंत्रण
सुधारने का अछा प्रयास किया हैं, लेकिन उसी के साथ उसे पतले और सस्ते से टायर्स दे कर और पीछे
डिस्क-ब्रेक का विकल्प भी ना दे कर उसको बिगाड़ दिया. ऊपर से NS की चॅसी का CG याने के सेंटर ऑफ ग्रॅविटी भी पल्सर 180 से ऊँचा हैं,
जिसके कारण
तेज़ रफ़्तार पे मोढ़ लेते वक़्त चालक का कॉन्फिडेन्स का खो जाता हैं. लेकिन इसके बावजूद
NS 160 मोडो पर पल्सर 180 से थोडिसी बेहतर लगती हैं.
दोनो बाइक्स गड्ढों और स्पीड ब्रेकर्स को अच्छे से सोख लेती हैं और टूटी-फूटी सड़कों
पर यात्रियों को काफ़ी कम झटके पोहचाती हैं.
वीलबेस: NS 160 - 1363, पल्सर 180 - 1345
ग्राउंड क्लियरेन्स: NS 160 - 176, पल्सर 180 - 165
टायर्स:
फ्रंट: NS 160 - 80/100-17, पल्सर 180 - 90/90-17
रियर: NS 160 - 110/80-17, पल्सर 180 - 120/80-17
क्वालिटी और मेंटेनेन्स:
पिछले बीस साल में मार्केट में हम ये देखते आ रहे हैं के बजाज की गाड़ियाँ उनके
प्रतिस्पर्धियों जितनी टिकाउ नहीं होती. उनमें छोटे-मोटे बिगाड़ आते रहते हैं. NS 160 में नया एंजिन हैं
इस लिए उसमें 200 की तरह, बजाज की अन्य बाइक्स के मुक़ाबले,
ज़्यादा बिगाड़
आने की संभावना हैं. पल्सर 180 कई सालों से मार्केट
में चल रही हैं इस लिए उसमें आने वाले अधिकतर बिगाड़ों का इलाज बजाज ने कर दिया हैं.
बजाज के डीलरशिप्स की व्यवस्था और कारीगरी भी उतनी अछि नहीं हैं और इसका नतीजा बजाज
के बाइक्स की रीसेल वॅल्यू भी उतनी अछि नहीं रहती.
अंतिम निर्णय:
अगर आप को बेहतर पिक- अप और ज़्यादा भरौसेमंद बाईक चाहिए तो पल्सर 180 आप के लिए NS 160 से बेहतर विकल्प
हैं. अगर आप को कम ऊँचाई वाले सीट की ज़रूरत हैं और आप के बाईक का पिछला सीट अक्सर
इस्तेमाल होता हो, तो भी आप के लिए पल्सर 180, NS 160 से बढ़िया विकल्प
हैं.
लेकिन तकनीकी रूप से देखे तो NS 160 पल्सर 180 से ज़्यादा श्रेष्ट मोटरसाइकल हैं. NS 160 की मजबूत चॅसी,
उसे मिलने
वाली बेहतरीन पकड़ और संतुलन, NS 160 के एंजिन,
गियरबॉक्स और क्लच का स्मूद्नेस, NS 160 का माइलेज और उसकी
कीमत सभी पल्सर 180 से बेहतर हैं. हमारी नज़रों में NS 160 इस तुलना की साफ
साफ विजेता हैं.